अमित शाह भूली जनता को मनोहरलाल के दस साल के गिनवा गए काम, बढ़ाई दोनों मुख्यमंत्रियों की साख
Lok Sabha Elections 2024
इशारे में कहा संसद में मनोहरलाल अच्छे पद पर होंगे, मुख्यमंत्री के बदले मुख्यमंत्री दिया करनाल को
संदीप साहिल. करनाल। Lok Sabha Elections 2024: करनाल दशहरा ग्राउंड में गृहमंत्री अमित शाह आज अपने मकसद यानी जनता को समझाने में पूरी तरह कामयाब रहे। उनका फोक्स मोदी के कामों के अलावा लोकसभा प्रत्याशी मनोहरलाल और मुख्यमंत्री नायब सैनी पर रहा। उन्होंने जनता से साफ कहा कि एक मुख्यमंत्री लोकसभा के लिए हमने लिया है उसके बदले दूसरा मुख्यमंत्री नायब सैनी के रूप में आपको दिया है, यानी करनाल रहेगा मुख्यमंत्री का गढ़। क्योंकि इससे पहले हरियाणा में रोहतक या सिरसा जैसे जिलों से ही मुख्यमंत्री हुआ करते थे। साथ ही वे कह गए कि ईडी गठबंधन का प्रधानमंत्री क्या शरद पवार या केजरीवाल या राहुल बाबा होंगे? राहुल बाबा का नाम लेने से पहले उन्होंने जनता को हंसने से मना किया और उसके बाद प्रधानमंत्री उम्मीदवार राहुल बाबा का नाम लिया। उन्होंने दावा किया कि देश के तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बन रहे हैं। एक तरह से उन्होंने मोदी मैजिक को श्री राम मंदिर व अन्य कामों के साथ लोगों के दिलो दिमाग में डाला। लोकसभा संयोजक विधायक हरविंद्र कल्याण, जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा, बृज गुप्ता सहित कई भाजपा चेहरों को रैली की सफलता के लिए दाद मिली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंबाला में आने के बाद, करनाल में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आए और आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का लगातार तीन दिन आना एक तरह से जनता पर मनोवैज्ञानिक प्रेशर भी बना गया। इवेंट मैनेजमेंट में माहिर भाजपा इस बात को जानती है कि करनाल में दो दो मुख्यमंत्रियों की साख दाव पर है, दस साल की एंटी एनकंबेंसी का असर ना पड़े इसलिए बार बार भाजपा के शीर्ष नेता करनाल आ रहे हैं जबकि कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुडडा और राज्य सभा सांसद दीपेंद्र हुडा लोगों से बदलाव की बात कर रहे हैं, भाजपा के नामचीन चेहरे कांग्रेस में शामिल हुए हैं, ये भी एक बड़ी वजह है कि भाजपा हर बात को डेमेज कंट्रोल करके बड़ा माइलेज लेना चाहती है इसलिए हर कार्यक्रम रैली बड़े सुनियोजित तरीके से हो रही है। इस कड़ी में आज कुरुक्षेत्र में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ लोकसभा प्रत्याशी नवीन जिंदल की तारीफ करके गए हैं और भाजपा से नाराज चल रहे राजपूतों को मनाने में सफल भी रहे, मुसलमानों पर कटाक्ष् कर गए।
गृहमंत्री अमित शाह की रैली में जिस तरह से उन्होंने एक एक करके मनोहरलाल के सीएम कार्यकाल के काम गिनवाए, उससे भूली जनता को एहसास हुआ कि हां काम तो हुए हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधने के साथ साथ उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ के अपमान की बात को भी दोहराया, ताकि जाटो की सहानुभूति भाजपा के पक्ष में आ सके। एक तरह से उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों के कद बढ़ाने के साथ साथ ईडी गठबंधन को जहां फेल गठबंधन करार किया वहीं जनता से सीधे संवाद किया कि अब की बार 400 पार होगा ही, उन्होंने कोरोना काल के दो टीकों की बात से लेकर हर वो बात जनता को याद दिलाई जो लोग समय के साथ भूल जाते हैं। अमित शाह ने जय श्री राम से अपनी बात शुरू की और जय श्री राम पर ही अपनी बात को विराम दिया। वहीं दूसरी ओर लोकसभा संयोजक हरविंद्र कल्याण, बृज गुप्ता, पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहता, पूर्व विधायक जिलेराम शर्मा सहित अन्य भाजपा नेताओं ने अमित शाह की रैली को ऐतिहासिक बताया है।
लगातार रैलियां इसलिए…एनसीपी की रैली आज
लगातार भाजपा की रैलियां लोगों के दिलो दिमाग पर असर डाल रही हैं। वहीं कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी दिव्यांशु बुधिराजा और उपचुनाव प्रत्याशी त्रिलोचन सिंह लोगों के घरों में जाने के अलावा वहां सभाएं कर रहे हैं जहां जनता का वोट प्रतिशत अधिक है। इस कड़ी में एनसीपी की 21मई को अनाजमंडी करनाल में रैली होने जा रही है जिसमे एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल, इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला करनाल लोकसभा प्रत्याशी मराठा वीरेंद्र वर्मा के लिए वोटों की अपील करेंगे। इस कड़ी में सूचना है कि 23 मई को पानीपत में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, व महासचिव प्रियंका गांधी की रैली संभावित है।